KYA HAI 1960 KI SINDHU JAL SANDHI 

KYA HAI 1960 KI SINDHU JAL SANDHI 

KYA HAI SINDHU JAL SANDHI

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता को रोक दिया है। पाकिस्तान की खेती पीने का पानी और बिजली उत्पादन का बड़ा हिस्सा इसी पानी पर निर्भर है।
क्या है 65 साल पुराना सिंधु जल समझौता

WHAT IS SINDHU JAL SANDHI  : सिंधु जल समझौता का पाकिस्तान पर होगा क्या आसर क्योकि पाकिस्तान की 90 फीसद खेती SINDHU JAL SANDHI  पर निर्भर।अब भारत ने इस समझौते को स्थगित कर दिया है।

भारत ने पाकिस्तान के साथ साल 1960 में हुए सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया है। कश्मीर के पहलगाम में क्रूर आतंकी हमले की प्रतिक्रिया के तौर पर यह कदम उठाया गया है। यह टॉपिक यूपीएससी और दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बहुत अहम हो सकता है, जानिए क्या है SINDHU JAL SANDHI  और इससे जुड़ी जरूरी बातें। SINDHU JAL SANDHI  स्थगित करने का असर पाकिस्तान में खेती की 90% जमीन यानी 4.7 करोड़ एकड़ इलाके पर होगा, जहां सिंचाई के लिए पानी सिंधु नदी प्रणाली से मिलता है।

जेएनएन, नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद भारत ने जो कदम उठाए हैं, उनमें सबसे बड़ा फैसला है- SINDHU JAL SANDHI पर रोक लगाना। पाकिस्तान की खेती, पीने का पानी और बिजली उत्पादन का बड़ा हिस्सा इसी पानी पर निर्भर है। यह पहला मौका है जब भारत ने सिंधु जल समझौता पर रोक लगाई है।
सिंधु जल समझौते पर भारत के रोक लगाने से पाकिस्तान में जल का भरी संकट उत्पन्न होगा और इसका असर कृषि पर पड़ेगा।

क्या हैं SINDHU JAL SANDHI ?

 

1960 में भारत के प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के बीच ये समझौता हुआ था। समझौते में सिंधु बेसिन से बहने वाली 6 नदियों को पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में बांटा गया था।

पाकिस्तान पर पड़ेगा क्या असर?

पाकिस्तान की 80 फीसदी खेती योग्य भूमि सिंधु नदी प्रणाली के पानी पर निर्भर है।
इस पानी का 93 फीसदी हिस्सा सिंचाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिसके बिना खेती असंभव है।
23 प्रतिशत योगदान करता है कृषि क्षेत्र पाकिस्तान की राष्ट्रीय आय में, 68 प्रतिशत आबादी खेती पर निर्भर
सिंधु और उसकी सहायक नदियों के पानी पर निर्भर हैं पाकिस्तान के प्रमुख शहर कराची, लाहौर, मुल्तान।

सिंधु के पानी से ही चल रहे हैं पाकिस्तान के तरबेला और मंगला जैसे पावर प्रोजेक्ट
पाकिस्तान में खाद्य उत्पादन में गिरावट आ सकती है, खाद्य सुरक्षा को खतरा।
पाकिस्तान की शहरी जल आपूर्ति रुक सकती हैं ।
बिजली उत्पादन ठप हो सकता हैं

SINDHU JAL SANDHI  टूटने से टेंशन में पाकिस्तान , बौखलाकर भारत को न्यूकलर पवार होने की धमकी दे रहा हैं
Indus Water Treaty: भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद बुधवार को पाकितान को कड़ा संदेश देते हुए , 1960 की सिंधु जलसंधि स्थगित करने और
अटारी चौकी को बंद किए जानेसमेत कई फैसलेकिए।

SINDHU JAL SANDHI तोड़नेसमेत 5 बड़े फैसलेलिए हैं।

भारत का ऐशन

सीसीएस की बैठक के बाद देर शाम विदेश सचिव विम मिस्री नेसंवाददाता को फैसलों सेअवगत कराया।
उहोंने बताया कि एक मई तक राजनयिक संबंधों में और कटौती के मायम से पाकितानी और भारतीय उचायोगों में तैनात लोगों की कुल
संख्या घटाकर 55 से 30 कर दी जाएगी।

मिस्री ने बताया कि पाकितानी नागरिकों को दक्षेस वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमतिनहीं दी जाएगी
और एसवीईएस वीजा के तहत भारत में मौजूद किसी भी पाकितानी नागरिक के पास भारत छोड़नेके लिए48 घंटे का समय है।

विदेश सचिव ने पांच जवाबी कदमों की घोषणा करते हुए कहा कि ‘पाकितानी उचायोग में रक्षा, सैय, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित (पर्सोना नॉन ग्राटा) घोषित किया गया है’ तथा उन से एक सताह के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा
गया है उहोंने कहा कि भारत भी इलामाबाद स्थित भारतीय उचायोग से अपनेर क्षा, नौ सेना, वायुसलाहकारों को वापस बुलाएगा।
मिस्री ने कहा, ‘संबंधित उचायोगों में ये पद निरत माने जाएंगे एं । दोनों उचायोगों से सेवा सलाहकारों के पांच सहायक कर्मचारियों को भी वापस बुलाया जाएगा।’

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